
सड़क सुरक्षा की चुनौतियाँ: चिंता व चिन्तन विषय पर मंथन
दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से आज सायं 5 बजे, ‘सड़क सुरक्षा की चुनौतियाँ: चिंता का एक विषय’ पर बातचीत का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें सड़क दुर्घटनाओं के कारण और उससे बचने के यथा सम्भव सुरक्षात्मक उपायों पर गहन विचार विमर्श किया गया। सड़क सुरक्षा की दिनोदिन बढ़ती जा रही चुनोतियों पर चर्चा करते हुए वक्ता विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की। बातचीत के दौरान मंच पर , विशिष्ट अतिथि आर टी ओ, देहरादून, शैलेश तिवारी,मुख्य वक्ता, वरिष्ठ हड्डी रोग एवं स्पाइन सर्जन पद्मश्री डॉ. बीके संजय तथा अतिथि वक्ता,आर्थोपेडिक एवं स्पाइन सर्जन डॉ. गौरव संजय,भारतीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के रिकॉर्ड धारक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय एवम शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया।
वक्ताओं ने इस अवसर पर महत्वपूर्ण स्लाइड चित्रों के माध्यम से सारगर्भित व रोचक प्रस्तुतिकरण दिया। बातचीत में इस बात पर जोर दिया गया कि युवा वर्ग को इस प्रति गंभीर होकर ध्यान देनाअधिकाधिक ध्यान देना होगा। इस तरह के सत्रों का उद्देश्य पर वक्ताओं ने अपने अनुभव भी साझा किये। वक्ताओं का कहना था कि सड़क पर वाहन चलाते समय शीट बेल्ट, हैलमेट का सही तरीके से प्रयोग करना, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करना, सड़क पर लगे यातायात चिन्हों के आधार पर वाहन की गति निर्धारित करने जैसे अनेक सावधानियों से दुर्घटनाओं में कमी लाने व स्वयं की व अन्य लोगों के अमूल्य जीवन को बचाने के सार्थक प्रयास किये जा सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत मे सभागार में उपस्थित लोगों ने इस विषय से जुड़े युवा पाठकों ने अनेक सवाल-जबाब भी किये। इस अवसर पर रजनीश त्रिवेदी, पद्मश्री डॉ.कल्याण सिंह रावत, सुंदर बिष्ट, हर्षमणि भट्ट, डॉ. विनीता चौधरी, सुरेंद्र सजवाण सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्विजीवी, संस्कृति व साहित्य प्रेमी, पुस्तकालय के सदस्य तथा साहित्यकार व युवा पाठक उपस्थित रहे।