महिला सुरक्षा और आपदाओं पर चर्चा

महिला सुरक्षा और आपदाओं पर चर्चा

देहरादून, 28 अक्टूबर, 2025. दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में मासिक कार्यक्रम ‘खबरपात’ श्रृंखला के तहत इस बार महिलाओं की सुरक्षा के सवाल और आपदाओं व उसके जुड़े विषयों पर चर्चा की गई। महिला सुरक्षा पर सामाजिक कार्यकर्ता दीपा कौशलम ने रिपोर्ट के आंकड़ों के आधार पर चर्चा की और इस तरह के अपराधों के कमी लाने के लिए क्या जरूरी कदम उठाये जाने चाहिए, इस बारे में भी अपनी राय रखी।

दीपा कौशलम ने हाल ही में जारी नेशनल एन्यूअल रिपोर्ट एंड इंडेक्स (नारी-2025) और नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के हवाले से बताया कि उत्तराखंड और खासकर देहरादून जैसे अन्य कई शहरों में महिलाओं की सुरक्षा संतोषजनक नहीं हैं। महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। एनसीआरबी के आंकड़े भी बताते हैं कि हिमालयी राज्यों में जिनमे उत्तराखंड राज्य भी शामिल है उनमे महिला अपराध हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस तरह की रिपोर्टों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए । रिपोर्टों को दरकिनार कर हम इस तरह की घटनाओं में कमी लाने की संभावनाओं को समाप्त जैसा कर देते हैं। उन्होंने कहा कि सरकारों द्वारा महिलाओं के लिए कई तरह की घोषणाएं की जाती रहीं हैं, लेकिन इन पर ठोस अमल नहीं हो पाता। उन्होंने रात के वक्त काम करने वाली और देर शाम घर लौटने वाली कामकाजी महिलाओं को होने वाली परेशानियों पर अपने अनुभव भी साझा किये।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए पत्रकार त्रिलोचन भट्ट ने पुरानी आपदाओं वाले रुद्रप्रयाग जिले के सेमी, चुन्नी-मंगोली और ताला-उषाड़ा गांवों की वीडियो रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि बड़ी आपदाओं का सामना कर चुके ये गांव आज भी असुरक्षित हैं, लेकिन उनके पुनर्वास की कोई ख़ास व्यवस्था नहीं हो पाई है। उनका कहना था कि पुरानी आपदाओं को अक्सर भुला दिया जाता है, जिससे नई आपदाओं में ज्यादा नुकसान होता है। उन्होंने पुरानी आपदाओं से सबक लेकर नई आपदाओं से निपटने की तैयारियां करने की नितांत जरूरत बताई।

गीतकार सतीश धौलाखंडी ने इस अवसर पर जनकवि डॉ. अतुल शर्मा के प्रसिद्ध जनगीत “बादल घिर-घिर कर आये… “भी गाया.

इस मौके पर आलोक सरीन, सतीश धौलाखंडी, हरि चंद्र निमेष, हरिओम पाली, विजय भट्ट, कुलभूषण नैथानी, सुरेन्द्र सिंह, विजय कुमार डोभाल, अरुण कुमार असफल तथा दून पुस्तकालय के चंद्रशेखर तिवारी, सुंदर सिंह बिष्ट आदि उपस्थित रहे.