डॉ.गौतम चटर्जी की काव्य स्पर्शी फ़िल्म ‘चिन्मयी’ का प्रदर्शन व व्याख्यान

डॉ.गौतम चटर्जी की काव्य स्पर्शी फ़िल्म ‘चिन्मयी’ का प्रदर्शन व व्याख्यान

दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से आज मंगलवार, 5 जुलाई, 2022, सायं 5:00 बजे, होटल इन्द्रलोक राजपुर रोड, देहरादून में कात्यात्मक फिल्म निर्माता और भारतीय कला विज्ञान एवं दर्शन में विश्व वाड.मय में अपना विशिष्ट स्थान बना चुके लेखक व चितंक डॉ. गौतम चटर्जी के काव्य स्पर्शीय फिल्म ‘चिन्मयी’ का प्रर्दशन और उन पर बातचीत का एक कार्यक्रम किया गया। मूलरूप से इस फिल्म की अवधि 40 मिनट की है। इस फिल्म का यहां पर जो अंश दिखाया गया उसकी अवधि तकरीबन 14 मिनट की थी। डा. चटर्जी के अनुसार ‘चिन्मयी’ शीर्षक की यह फिल्म ‘संध्या’ भाषा में बनी हुई है। जिसके आधार पर सिनेमेटोगाफऱ के संदर्भ को समझाने का अभिनव प्रयास किया गया है।

फिल्म की मुख्य पात्र चिन्मयी है। किसी सुबह उसके सामने यह उद्घाटित होता है कि वह दो तरह से जीवन जी रही है। यानि दो देहों में एक ही देशकाल व परिस्थितियों में। प्रेम, मृत्यु और जीवन का अर्थ उसके लिए बदल जाता है। उसका उत्तरण हो जाता है वह मृण्मयी नहीं रह जाती है…………………..’’

फिल्म प्रर्दशन के बाद डॉ. गौतम चटर्जी ने अपने वक्तव्य में कहा उनका मकसद इस तरह की फिल्मों के निर्माण से माध्यम से सिनेमा को एक नई दिशा व दृष्टि प्रदान करके कला, विज्ञान व दर्शन के तमाम अनछुए पहलुओं को सहज व सरल रूप से उजागर करना रहा है।

कार्यक्रम के दौरान, सामाजिक कार्यकत्री एवं वरिष्ठ लेखिका सुश्री गीता गैरोला ने डॉ. गौतम चटर्जी से फिल्म, दर्शन और सामाजिक आयामों पर बातचीत की। बातचीत के पश्चात सभागार में उपस्थित कई श्रोताओं ने उनसे जबाब सवाल भी किये। कार्यक्रम के समापन पर दून पुस्तकालय एवम शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने सभी का आभार व्यक्त किया।

इस कार्यक्रम में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के अध्यक्ष श्री सुरजीत किशोर दास, दून पुस्तकालय के सलाहकार डॉ.बी.के.जोशी, श्री एन. एस. नपलच्याल, वरिष्ठ साहित्यकार श्री सुभाष पंत, श्री राकेश सकलानी सहित तमाम साहित्यकार, साहित्य प्रेमी, लेखक, रंगकर्मी, फिल्मप्रेमी और पुस्तकालय के सदस्य व पाठकगण उपस्थित थे।